Wednesday, July 20, 2016

' विरोधरस ' पर विभिन्न विद्वानों के मत

“ विरोधरस ” सचमुच शोधपूर्ण और स्व्गात्योग्य कृति है | इसे नये रस के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए |
+ डॉ. नरेशपाण्डेय चकोर  
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विरोधरस के सभी पक्ष ज्ञानवर्धक व उत्तेजक |
+रामचन्द्र शुक्ल  
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“ विरोधरस ” , नया रस | इसे मान्यता मिलनी चाहिए |
+डॉ. स्वर्ण किरन
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विरोधरस तार्किक 

रमेशराज जी शोध कृति "विरोधरस" साहित्य जगत को  अनुपम देन हैं  | इस शोध कृति में  गहन चिंतन , सोच और तार्किकता के साथ " विरोध रस " को स्थापित किया गया है |आने वाली पीढी "विरोधरस " पर डॉक्टरेट / डी.लिट्. की उपाधियाँ भी ग्रहण करे तो अतिश्योक्ति नहीं होगी |
+ब्रह्मदेव शर्मा
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 विरोधरस : शोधपूर्ण उपलब्धि

इं. त्रिलोक सिंह ठ्कुरेला


विरोधरस पर विस्तृत जानकारी मन प्रफुल्लित करती ह | इस शोधपूर्ण उपलब्धि को साहित्य जगत द्वारा सहज भाव से स्वीकार करना चाहिए |
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विरोधरस रचनात्मक कार्य 

+डॉ. मक्खनलाल पाराशर   

समाज में जो विरोधीवृत्तियाँ बढ़ पनप फलफूल रहीं हैं, उनकी ओर आपने  समाज का ध्यान आकर्षित कराने हेतु साहित्य क्षेत्र में विरोधरस के रूप में बेहद जरूरी रचनात्मक कार्य किया है     | 


विरोध रस स्थापित होगा 

+भगवानदास जैन 

विरोधरसको एक रस के रूप में स्थापित करने के लिए आप|| रामेशराज || बेहद मशक्कत और जद्दोजहद कर रहे हैं | आपने इसके विविध अन्गों का भी भरपूर विश्लेषण किया है | आपको सफलता मिलेगी |  
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विरोध क्रोध से सर्वथा भिन्न 

भारतीय समीक्षा में रस ही कविता का प्राणतत्त्व माना गया है |   रसों की संख्या निर्धारित नहीं की जा सकती है | इस कारण ही परम्परागत रसों के आलावा वात्सल्य , भक्तिरस और जुड़े | आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने प्रकृति रस को भी स्वीकारा | असल में कुछ भाव तो ऐसे हैं कि आलम्बन बदल जाने से वे स्वतंत्र रूप धारण कर लेते हैं |’ ‘प्रेमऐसा ही मानो सत्य है | कुछ संचारी भी इतने सशक्त हो जाते हैं कि उनसे रस का परिपाक हो जाता है | परम्परत रूप से रमेशराज का विरोधरसरौद्र रस के अंतर्गत आता है परन्तु वह विरोध जिसमें व्यवस्था के प्रति अथवा किसी सामाजिक बुराई के प्रति गुस्सा या आक्रोश हो वह व्यक्तिगत क्रोध से सर्वथा भिन्न होता है | +

डॉ. परमलाल गुप्त    
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विरोध रसपर विस्तृत जानकारी मन प्रफुल्लित करती है | इस शोधपूर्ण उपलब्धि को साहित्य जगत द्वारा सहज भाव से स्वीकार कर लेना चाहिए |

त्रिलोक सिंह ठकुरेला.
  

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